Old Pension Yojana: पेंशन एक बेहद महत्वपूर्ण सुविधा है जो सरकारी कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद एक आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है। यह उनके बुढ़ापे के दिनों में आर्थिक तनाव से राहत देने में मदद करती है और उन्हें एक गरिमापूर्ण जीवन जीने में सक्षम बनाती है।
नई पेंशन योजना की समस्याएं
2004 में लागू की गई नई पेंशन योजना (NPS) ने कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के बीच काफी असंतोष पैदा किया। इस योजना के तहत, कर्मचारियों और सरकार दोनों द्वारा जमा किए गए धन को बाजार के जोखिमों के साथ निवेश किया जाता था। इसका मतलब था कि कर्मचारियों की पेंशन की राशि बाजार की स्थिति पर निर्भर करती थी, जिससे उनकी आय में अनिश्चितता बनी रहती थी।
पुरानी पेंशन योजना की वापसी की मांग
नई पेंशन योजना की इन कमियों के कारण, कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन योजना की वापसी की मांग शुरू कर दी। इस योजना के तहत, सरकार पेंशन का पूरा भुगतान करती थी, जिससे कर्मचारियों को एक निश्चित और सुरक्षित आय प्राप्त होती थी।
सरकार का रुख
केंद्र सरकार ने कर्मचारियों की मांगों को देखते हुए पुरानी पेंशन योजना की वापसी पर विचार करना शुरू कर दिया है। वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में इस योजना को शामिल किया जा सकता है। हालांकि, इस योजना को वापस लाने से सरकार पर भारी वित्तीय बोझ पड़ेगा।
राज्य सरकारों की पहल
कुछ राज्य सरकारें पहले ही अपने कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू कर चुकी हैं। उदाहरण के लिए, राजस्थान सरकार ने फरवरी 2024 से राज्य के विद्युत बोर्ड के 6,600 कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना को बहाल करने का फैसला किया है।
आगे की राह
पुरानी पेंशन योजना की वापसी एक जटिल मुद्दा है और इसके लागू होने में समय लग सकता है। हालांकि, कर्मचारियों की मांगों को देखते हुए, सरकार इस दिशा में कदम उठा रही है। यह कदम न केवल कर्मचारियों के हितों की रक्षा करेगा, बल्कि भविष्य में सरकारी सेवाओं के लिए प्रतिभाशाली लोगों को आकर्षित करने में भी मदद करेगा।