Monsoon 2024: छत्तीसगढ़ में मानसून की शुरुआत के साथ ही प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हुई है। हालांकि, इसके बावजूद भी कुछ जिलों में तापमान में वृद्धि देखी गई है। शनिवार से वर्षा की गतिविधि में कमी आने की संभावना है, और मानसून की गति थोड़ी धीमी हो सकती है।
बारिश की स्थिति
शनिवार को एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। कुछ जगहों पर गरज-चमक के साथ छींटे पड़ सकते हैं। बस्तर संभाग और आसपास के जिलों में वर्षा के क्षेत्र संभावित हैं। बीजापुर में 50 मिलीमीटर, कोंडागांव, नारायणपुर, बलौदा बाजार में 20 मिलीमीटर, डभरा और गुरूर में 10 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
गर्मी का प्रकोप
हालांकि बारिश के बावजूद भी, बिलासपुर में दो दिन से अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से ऊपर बना हुआ है। शुक्रवार को दिन भर कड़ी धूप रही, जिससे गर्मी और उमस से लोग परेशान रहे। प्रदेश में अगले दो दिनों तक अधिकतम तापमान में हल्की वृद्धि होने की संभावना है।
मानसून आने के संकेत
मानसून की आगमन की घोषणा करने के लिए कुछ मापदंड हैं:
- पश्चिमी हवा प्रबल और उसकी गहराई वातावरण में 3.1 किलोमीटर तक होनी चाहिए।
- वातावरण में नमी की मात्रा बढ़नी चाहिए।
- लगातार बारिश होने की संभावना बनी रहनी चाहिए।
- क्षेत्र में बादलों की स्थिति बनी रहनी चाहिए।
- लगातार दो दिनों तक उस क्षेत्र के 80% स्टेशनों पर 2.5 मिलीमीटर या अधिक वर्षा होने पर दूसरे दिन मानसून पहुंचने की घोषणा की जाती है।
आंधी-तूफान का कहर
शुक्रवार को कवर्धा के वनांचल ग्राम चिल्फी में तेज हवा और झमाझम बारिश के साथ आंधी-तूफान आया। इससे सड़क पर आवाजाही मुश्किल हो गई। रायपुर-जबलपुर नेशनल हाइवे पर कई वाहन दुर्घटना का शिकार हुए और आवाजाही घंटों बाधित रही। राजनांदगांव और खैरागढ़ जिले में भी शाम को आंधी-तूफान के साथ कुछ देर बारिश हुई, जिससे मुख्य मार्गों पर कई पेड़ गिरे और आवाजाही प्रभावित रही। बिजली आपूर्ति भी प्रभावित हुई।
इस तरह, मानसून की शुरुआत के साथ ही प्रदेश में कहीं बारिश हुई है, तो कहीं गर्मी और आंधी-तूफान का कहर देखने को मिला है। आगामी दिनों में मौसम की स्थिति पर नजर रखनी होगी।