Employees Benefit: आज के समय में, कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) द्वारा दी जाने वाली ब्याज दरें एक महत्वपूर्ण विषय बन गया है। हाल ही में, सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टीज (सीबीटी) ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए पीएफ ब्याज दर में वृद्धि की सिफारिश की है।
ब्याज दर में संभावित वृद्धि
पिछले वित्त वर्ष में, ईपीएफओ ने अपने खाताधारकों को 8.15% की ब्याज दर प्रदान की थी। इस बार, सीबीटी ने 8.25% की ब्याज दर की सिफारिश की है, जो एक सकारात्मक संकेत है। यदि यह सिफारिश मंजूर हो जाती है, तो इससे करोड़ों कर्मचारियों को लाभ होगा।
आधिकारिक घोषणा की प्रतीक्षा
हालांकि, अभी तक इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। सीबीटी की सिफारिश के बावजूद, कोई भी नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है। सूत्रों के अनुसार, मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट के कारण इस संबंध में देरी हो रही है।
ब्याज जमा करने की प्रक्रिया
नतीजों की घोषणा के कुछ दिनों बाद, जुलाई के पहले सप्ताह में ईपीएफओ खाताधारकों के खातों में ब्याज जमा कर सकता है। इससे पहले, वित्त मंत्रालय को सीबीटी के निर्णय को मंजूरी देनी होगी। एक आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी किए जाने के बाद ही, ईपीएफओ लोगों के खातों में ब्याज जमा करने की प्रक्रिया शुरू कर सकेगा।
पिछले वर्ष की तुलना में अधिक ब्याज
वित्त वर्ष 2022-23 में, ईपीएफओ ने 28.17 करोड़ खाताधारकों के अकाउंट में ब्याज भेजा था। इस बार, यदि ब्याज दर बढ़ती है, तो खाताधारकों को अपने खातों में पिछले वर्ष की तुलना में अधिक राशि देखने को मिलेगी।
ईपीएफओ की भरोसा
ईपीएफओ ने एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर किए गए प्रश्न के जवाब में कहा था कि जब भी ब्याज जमा किया जाएगा, तो पूरा भुगतान किया जाएगा और किसी भी तरह की कमी नहीं होगी। यह खाताधारकों के लिए एक बड़ा आश्वासन है।
अगर सीबीटी की सिफारिश मंजूर हो जाती है, तो यह करोड़ों कर्मचारियों के लिए एक बड़ी राहत होगी। ब्याज दर में वृद्धि से उनकी बचत पर अधिक रिटर्न मिलेगा, जो उनके भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण योगदान होगा। हालांकि, आधिकारिक घोषणा की प्रतीक्षा करनी होगी, लेकिन खाताधारकों के लिए यह एक अच्छी खबर है।