Life Certificate: पेंशनभोगियों को हर साल अपना जीवन प्रमाण पत्र (Life Certificate) भरना अनिवार्य है ताकि वे निरंतर अपनी पेंशन प्राप्त कर सकें। हालांकि, इस प्रक्रिया में कुछ जोखिम भी शामिल हैं, खासकर बुजुर्ग पेंशनभोगियों के लिए। केंद्र सरकार ने इस समस्या को समझते हुए कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।
बुजुर्गों के लिए विशेष सुविधा
80 वर्ष या उससे अधिक उम्र के पेंशनभोगियों के लिए 1 अक्टूबर से एक विशेष सुविधा शुरू की गई है। इन लोगों को घर बैठे ही अपना जीवन प्रमाणपत्र भरने की सुविधा मिलेगी। वहीं, 80 वर्ष से कम उम्र के पेंशनभोगियों के लिए यह सुविधा 1 नवंबर से उपलब्ध होगी।
धोखाधड़ी से बचने की आवश्यकता
हालांकि, पेंशनभोगियों को ऑनलाइन धोखाधड़ी के प्रति भी सावधान रहना होगा। कुछ अपराधी पेंशनभोगियों का पूरा डेटा जुटाकर उन्हें फोन करते हैं और उनसे जीवन प्रमाणपत्र अपडेट करने के लिए ओटीपी साझा करने को कहते हैं। यदि पेंशनभोगी ओटीपी साझा कर देता है, तो अपराधियों को उनके बैंक खाते का नियंत्रण मिल जाता है और वे धनराशि को अन्य खातों में स्थानांतरित कर सकते हैं।
सरकार का आदेश और नई सुविधा
केंद्र सरकार ने सभी बैंकों को निर्देश दिया है कि वे बीमार या असमर्थ पेंशनभोगियों के घर जाकर उनका जीवन प्रमाणपत्र भरें। इस प्रकार, पेंशनभोगियों को कहीं जाने की आवश्यकता नहीं होगी। साथ ही, सरकार ने UIDAI के सहयोग से एक नई फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक विकसित की है, जिसके माध्यम से स्मार्टफोन से ही जीवन प्रमाणपत्र भरा जा सकता है।
जागरूकता अभियान
पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने नवंबर 2022 में 37 शहरों में एक जागरूकता अभियान शुरू किया था, जिसके परिणामस्वरूप लगभग 35 लाख पेंशनभोगियों ने डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र का उपयोग किया। अब विभाग नवंबर 2023 में 100 शहरों में एक और अभियान चलाएगा, जिसका उद्देश्य 50 लाख पेंशनभोगियों में फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक और डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र के उपयोग को बढ़ावा देना है।