PM Kisan 17th Installment Date: देश के करोड़ों किसान भाइयों के लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 17वीं किस्त जल्द ही जारी की जाने वाली है। इस योजना के तहत सरकार हर साल किसानों को 6 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देती है।
अभी तक 16वीं किस्त जारी की जा चुकी है
इस योजना के तहत अब तक 16 किस्तें जारी की जा चुकी हैं। हर किस्त में 2 हजार रुपये की राशि किसानों के बैंक खातों में सीधे डाली जाती है। 16वीं किस्त की राशि भी सभी लाभार्थी किसानों को दे दी गई है। अब किसान 17वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
17वीं किस्त की संभावित तारीख
अभी तक सरकार की तरफ से 17वीं किस्त की तारीख को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। हालांकि, अनुमान लगाया जा रहा है कि 17वीं किस्त की राशि जून या जुलाई महीने में किसानों के खातों में डाली जाएगी। इस योजना के तहत हर चार महीने में एक किस्त जारी की जाती है।
लाभार्थी सूची कैसे देखें
यदि आप जानना चाहते हैं कि आपका नाम भी इस योजना के लाभार्थियों की सूची में शामिल है या नहीं, तो आप आधिकारिक पीएम किसान वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/ पर जा सकते हैं। वेबसाइट के होमपेज पर ‘किसान कॉर्नर’ देखें। फिर ‘लाभार्थी सूची’ विकल्प पर क्लिक करें। यहां से आप अपने राज्य, जिले, उप-जिले, ब्लॉक और गांव का चयन कर सकते हैं। इसके बाद ‘रिपोर्ट प्राप्त करें’ पर क्लिक करके आप अपने क्षेत्र के लाभार्थियों की सूची देख सकते हैं।
किस्त की स्थिति कैसे देखें
यदि आप जानना चाहते हैं कि आपको अभी तक कितनी किस्तें मिल चुकी हैं और कब अगली किस्त मिलने वाली है, तो आप आधिकारिक पोर्टल पर अपना स्टेटस देख सकते हैं। इसके लिए पोर्टल पर ‘अपना स्टेटस जानें’ विकल्प चुनें। यहां अपना पीएम किसान पंजीकरण नंबर दर्ज करें और ‘ओटीपी प्राप्त करें’ पर क्लिक करें। इसके बाद आप अपनी योजना की स्थिति देख सकेंगे।
किसानों के लिए राहत की योजना
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना देश के किसानों के लिए एक बहुत बड़ी राहत की योजना है। इसके तहत किसानों को प्रति वर्ष 6 हजार रुपये की आर्थिक सहायता मिलती है। यह राशि खेती-किसानी में लगने वाले खर्चों को पूरा करने में किसानों की मदद करती है। इस योजना से देश के करोड़ों किसानों को लाभ मिला है।
आशा है कि सरकार जल्द ही 17वीं किस्त की तारीख का ऐलान करेगी और किसानों को उनकी अगली किस्त मिल जाएगी। किसान भी बेसब्री से इसका इंतजार कर रहे हैं।